मौसमी खेती कैलेंडर: कौन सा पौधा कब लगाएं
लेखक: सागर चौधरी
धरती की एक अपनी लय होती है, जो अगर हम ध्यान से सुनें, तो हमें साफ़-साफ़ बताती है कि कब क्या करना है। चाहे आप अपने घर के आँगन में सब्ज़ियां उगा रहे हों, एक छोटे खेत में काम कर रहे हों, या किसी बड़े फार्म को संभाल रहे हों — मौसम को समझना खेती की सफलता की कुंजी है।
यहीं पर काम आता है एक मौसमी खेती कैलेंडर — जो आपको प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर खेती करने में मदद करता है।
आइए, साल को चार मौसमों में बांटकर समझते हैं कि कब कौन-सी फसल या पौधा लगाना सबसे बेहतर होता है।
🌱 वसंत (बसंत ऋतु): मिट्टी के जागने का समय
वसंत एक नई शुरुआत की तरह होता है। मिट्टी गर्म होती है, दिन लंबे होने लगते हैं और हवा में ताज़गी होती है।
क्या बोएं:
यह समय है ठंडी मौसम वाली फसलों का — जो गर्मी से पहले अच्छी तरह उग जाती हैं।
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सब्ज़ियाँ: पालक, सरसों, मेथी, मूली, मटर, गाजर, चुकंदर, ब्रोकली
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जड़ी-बूटियाँ: धनिया, अजवाइन, प्याज पत्ता, सौंफ
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फूल: गेंदा, गुलदाउदी, स्नैपड्रैगन, कैलेंडुला
सुझाव:
टमाटर, मिर्च और बैंगन जैसी फसलों की नर्सरी घर के अंदर तैयार करें और जब पाला खत्म हो जाए, तब बाहर लगाएं।
☀️ ग्रीष्म (गर्मी): तेज़ बढ़ोतरी का मौसम
गर्मी वो समय है जब पौधे तेज़ी से बढ़ते हैं। दिन लंबे, रातें गर्म, और सूरज भरपूर ऊर्जा देता है।
क्या बोएं:
यह समय होता है गर्मी पसंद करने वाली फसलों का।
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सब्ज़ियाँ: टमाटर, खीरा, लौकी, तोरई, मक्का, सेम, बैंगन, भिंडी
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जड़ी-बूटियाँ: तुलसी, अजवायन, रोज़मेरी, थाइम
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फूल: सूरजमुखी, गेंदा, झीनीया, कॉसमॉस
सुझाव:
पौधों की जड़ों को ठंडा रखने के लिए मल्च (घास/पत्तियाँ) का प्रयोग करें। सुबह-सुबह सिंचाई करें ताकि गर्मी में पौधे बेहतर टिक सकें।
🍂 पतझड़ (शरद ऋतु): सहनशीलता की खेती
शरद ऋतु अक्सर अंत की तरह लगती है, लेकिन कई फसलों के लिए यह एक नई शुरुआत होती है।
क्या बोएं:
दिन छोटे और मौसम ठंडा होने लगता है — यह फिर से ठंडी मौसम वाली फसलों के लिए उपयुक्त समय है।
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सब्ज़ियाँ: पालक, सरसों, मूली, शलगम, धनिया, लहसुन (सर्दी में उगाने के लिए)
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फूल: गुलदाउदी, एस्ट्र, सजावटी पत्ता गोभी
सुझाव:
ठंड के दिनों में भी फसल प्राप्त करने के लिए रो-कवर या ग्रीनहाउस का उपयोग करें।
❄️ सर्दी: विश्राम, चिंतन और तैयारी का समय
सर्दी का मौसम ज़मीन के लिए आराम का समय होता है — और आपके लिए भी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कुछ करना नहीं है।
क्या करें:
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इस साल की सफलता और गलतियों की समीक्षा करें
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अगले साल की फसल योजना बनाएं और बीज मंगवाएं
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प्याज, लीक जैसी फसलों की नर्सरी शुरू करें
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खाद तैयार करें, औज़ार साफ करें, क्यारियाँ ठीक करें
सुझाव:
यह समय किताबें पढ़ने, कार्यशालाओं में भाग लेने और स्थानीय किसानों से जुड़ने का भी है।
अंतिम विचार
मौसम के अनुसार खेती करना सिर्फ सही समय पर बीज बोने का मामला नहीं है। यह प्रकृति के साथ एक रिश्ता बनाने की बात है — हर बदलाव को देखना, समझना और उसके अनुसार चलना।
एक अच्छा मौसमी कैलेंडर आपके लिए एक उपकरण है, लेकिन आपकी अपनी समझ, अनुभव और प्रयोग ही आपको सबसे ज़्यादा सिखाते हैं।
तो एक डायरी लें, मिट्टी में हाथ डालें, और ध्यान से सुनें — प्रकृति का कैलेंडर आपको बहुत कुछ सिखाने को तैयार है।